India-Canada Row: कनाडा ने जयशंकर की प्रेस कॉन्फ्रेंस को ऑन एयर करने वाले ऑस्ट्रेलियाई मीडिया आउटलेट ऑस्ट्रेलिया टुडे को अपने देश में ब्लॉक कर दिया है .
India-Canada Row: कनाडा इस समय भारत के कड़े रूख से इस कदर तिलमिलाया गया है कि उसने विदेश मंत्री डॉ एस. जयशंकर की प्रेस कॉन्फ्रेंस को अपने देश में बैन कर दिया है.
दरअसल, डॉ. एस. जयशंकर फिलहाल ऑस्ट्रेलिया और सिंगापुर के दौरे पर हैं. इसी बीच कनाडा ने जयशंकर की प्रेस कॉन्फ्रेंस को ऑन एयर करने वाले ऑस्ट्रेलियाई मीडिया आउटलेट को ब्लॉक कर दिया.
चैनल के सोशल मीडिया हैंडल को किया ब्लॉक
इस बात की पुष्टि खुद भारत के विदेश मंत्रालय ने की है. विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने गुरुवार को बताया कि विदेश मंत्री एस जयशंकर और उनकी ऑस्ट्रेलियाई समकक्ष पेनी वोंग की प्रेस कॉन्फ्रेंस के कुछ समय बाद ही कनाडा ने ऑस्ट्रेलिया टुडे के सोशल मीडिया हैंडल को ब्लॉक कर दिया.
ऑस्ट्रेलिया टुडे के सोशल मीडिया हैंडल के अलावा कुछ पेजों को भी ब्लॉक कर दिया. विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने कहा कि कनाडा की इस हरकत से अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के खिलाफ पाखंड की बू आ रही है.
दरअसल, उन्होंने कहा कि ऑस्ट्रेलिया टुडे कनाडा में महत्वपूर्ण प्रवासी आउटलेट है, उसे भी कनाडा ने ब्लॉक कर दिया. उन्होंने कहा कि हमें आश्चर्य हुआ और यह हमें अजीब भी लगता है.
उन्होंने यह भी कहा कि एस. जयशंकर ने आस्ट्रेलिया में मीडिया से बातचीत में कनाडा की ओर से भारत पर लगाए गए बेबुनियाद आरोपों के बारे में बातचीत की थी. हालांकि, ऐसा कुछ हुआ नहीं है.
यह भी पढ़ें: डोनाल्ड ट्रंप की जीत के बाद खत्म होगा रूस-यूक्रेन युद्ध, क्या मिडिल-ईस्ट में आएगी शांति?
कनाडा में क्या कहा था एस. जयशंकर ने?
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने बताया कि एस. जयशंकर ने ऑस्ट्रेलियाई चैनलों से पास करते हुए कहा था कि कनाडा के पास बिना किसी विशेष सबूत के भारत पर आरोप एक पैटर्न बन गया है.
उन्होंने इसके साथ ही एस. जयशंकर ने भारतीय राजनयिकों की निगरानी को गलत बताया था. वहीं, एस. जयशंकर ने कहा था कि कनाडा में भारत विरोधी तत्वों को राजनीतिक जगह दी जा रही है.
बता दें कि रविवार (3 नवंबर) को खालिस्तान का समर्थन करने प्रदर्शनकारियों ने हिंदू सभा मंदिर के बाहर जमकर हंगामा किया और हिंदुओं पर खालिस्तान का झंडों से हमला किया और लोगों को अपशब्द भी कहें.
इस पूरे मामले पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने भी तीखी प्रतिक्रिया दी थी. उन्होंने कहा था कि उन्होंने कहा था कि मैं इस जानबूझकर किए गए हमले की कड़ी निंदा करता हूं और ऐसी हरकतें भारत के संकल्प को कमजोर नहीं कर पाएंगी.
उन्होंने यह भी कहा कि यह हमला हमारे कनाडा में मौजूद राजनयिकों को डराने-धमकाने की कायरतापूर्ण कोशिशों की तरह ही भयावह हैं.
इसी मामले पर विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने भी बयान जारी कर विरोध जताया था. विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा था कि रणधीर जायसवाल ने यह भी कहा कि हम कांसुलर अधिकारियों को दी जा रही धमकी, उत्पीड़न और हिंसा से डरते नहीं हैं.
यह भी पढ़ें: कनाडा में हिंदू मंदिर पर फिर हुआ हमला; भड़के पीएम मोदी ने जस्टिन ट्रूडो को सुनाई खरी-खरी
Follow Us On: Facebook | X | LinkedIn | YouTube | Instagram