Coal Crisis in North India : उत्तर भारत में कोयले की कमी के कारण बिजली सप्लाई का संकट गहरा सकता है.
13 July, 2024
Coal Crisis in North India : उत्तर भारत के कई राज्य ऊर्जा की गंभीर चुनौती का सामना कर रहे हैं. इन क्षेत्रों में बिजली संयंत्र (Power Plant) कोयले की भारी कमी से जूझ रहे हैं. राजस्थान और पंजाब में धान की रोपाई के कारण बिजली की मांग बढ़ गई है. वहीं, कोयले की सप्लाई को नियमित करने के लिए तत्काल कार्रवाई की मांग भी उठने लगी है.
पंजाब के पास बचा 5 दिनों का कोयला
कोयला मटेरियलाइजेशन दर में अनुबंधित मात्रा के विरुद्ध कोयले की वास्तविक आपूर्ति को परिभाषित करती है. इसकी मात्रा 45 प्रतिशत तक गिर गई है. इस कमी के कारण बिजली संयंत्रों के पास कोयले का स्टॉक आवश्यक स्तर से काफी कम रह गया है. पंजाब की बात करें तो यहां कुछ थर्मल प्लांट में कोयले का सिर्फ 4 दिनों का कोटा बचा है. वहीं, राजस्थान में 5 दिन का स्टॉक ही बचा है. बिजली संयंत्रों के पास आमतौर पर 22 दिनों का कोयला स्टॉक के रूप में होता है.
संघर्ष कर रहे हैं कई पावर प्लांट
कोयले की कमी के कारण उत्तर भारत में बिजली का संकट गहराने लगा है. कोयले के भंडार लगातार कम होते जा रहे हैं, जिसके कारण पावर सप्लाई प्लांट संघर्ष कर रहे हैं. धान के मौसम और बढ़ते पारे के चलते बिजली की 16 हजार मेगावाट से अधिक मांग हो गई है. पंजाब में कृषि गतिविधियों के चलते स्थिति काफी गंभीर है. पर्याप्त कोयले के बिना पावर प्लांट के सामने बंद होने की चुनौती खड़ी हो गई है.
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