Opposition Walks Out of RS : राज्यसभा के उपसभापति ने प्रतिपक्ष नेता मल्लिकार्जुन खरगे को अपना पक्ष रखने की अनुमति नहीं दी गई. इसके बाद हंगामा होना शुरू हो गया और वॉकआउट कर दिया.
Opposition Walks Out of RS : डुप्लीकेट मतदाता से लेकर अमेरिकी फंडिंग और वोट प्रतिशत तक के मुद्दे को लेकर कांग्रेस के नेतृत्व वाले विपक्षी दलों ने राज्यसभा से वॉकआउट कर दिया. वहीं, केंद्रीय मंत्री जेपी नड्डा ने पार्लियामेंट में जोर देकर कहा कि सरकार किसी भी मुद्दे पर चर्चा करने के लिए तैयार है, लेकिन इसके लिए नियम-कायदे भी होने चाहिए. राज्यसभा में विपक्षी सदस्य इस बात से काफी नाराज हो गए जिसमें उपसभापति हरिवंश ने कहा कि नियम 267 के तहत एक दर्ज से ज्यादा नोटिस खारिज कर दिए गए हैं जिसमें तत्काल मामलों पर चर्चा करने के लिए दिन के कामकाज को अलग रखने का आह्वान किया गया.
खरगे को नहीं दी गई अपनी बात रखने की अनुमति
वहीं, राज्यसभा के उपसभापति ने प्रतिपक्ष नेता मल्लिकार्जुन खरगे को अपना पक्ष रखने की अनुमति नहीं दी गई. हालांकि, विपक्षी सांसदों ने वॉकआउट करने से पहले राज्यसभा में नारेबाजी की. विपक्षी सांसदों की तरफ से वॉकआउट के दौरान जेपी नड्डा ने इसको गैर-जिम्मेदाराना व्यवहार बताया. दूसरी तरफ कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने सदन के नियमों पर एक रिफ्रेश कोर्स करना चाहिए. इसके अलावा उन्होंने नियम 267 के तहत नोटिस देने की प्रथा को भी उपसभापति ने नीचा दिखाने की साजिश रची. मल्लिकार्जुन ने कहा कि सरकार सिर्फ यही चाहती है कि विपक्ष किसी भी तरह से सवाल नहीं करे.
बहस के लिए कानून का पालन होना चाहिए
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार इस छत के नीचे किसी भी विषय पर चर्चा करने के लिए तैयार है. लेकिन सदन में बहस के लिए कुछ नियम और कानून का पालन होना चाहिए. जेपी नड्डा ने इस बात पर जोर दिया कि अगले 10 दिनों में केंद्रीय बजट पर बहस के दौरान विपक्ष को मु्द्दा उठाने का पूरा मौका मिलेगा. केंद्रीय मंत्री ने कहा कि छोटी अवधि के लिए एक नियम और लंबी एक अवधि के लिए अलग प्रावधान है. उन्होंने विपक्षी सांसदों से नियम पढ़ने के लिए कहा और उसके बाद चर्चा करने के लिए आह्वान किया. नड्डा ने आरोप लगाया कि यह विपक्ष का गैर-जिम्मेदाराना व्यवहार है.
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