Indian Railways : लोकसभा ने रेलवे की 7.89 लाख करोड़ रुपये की अनुदान मांगों को मंजूरी दे दी. रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने सदन को आश्वासन दिया कि सरकार स्वचालित ट्रेन-सुरक्षा प्रणाली को लागू करने के लिए हर संभव प्रयास करेगी.
01 अगस्त, 2024
Indian Railways : बढ़ते रेल हादसों और रेलवे की सुरक्षा को लेकर विपक्ष द्वारा घेरे जाने के बाद रेलमंत्री ने गुरुवार को लोकसभा में जवाब दिया. विपक्षी दलों पर ‘झूठ की दुकान’ चलाने का आरोप लगाते हुए रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि रेलवे में सुरक्षा की ‘कवच’ प्रणाली के आधुनिक संस्करण को देश के प्रत्येक किलोमीटर रेल नेटवर्क पर लगाने में कोई कसर नहीं छोड़ी जाएगी. साथ ही अनुदान की मांग पर बहस का जवाब देते हुए अश्विनी वैष्णव ने यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए कथित तौर पर पर्याप्त काम नहीं करने के लिए पिछली UPA सरकार की आलोचना की.
रेल मंत्री ने क्यों की UPA सरकार की आलोचना?
UPA सरकार की आलोचना करते हुए अश्विनी वैष्णव ने कहा कि दुर्भाग्य से कांग्रेस शासन के 58 सालों के दौरान 2014 तक भारतीय रेलवे पर एक किमी पर भी स्वचालित ट्रेन-सुरक्षा प्रणाली लागू नहीं की गई थी. अश्विनी वैष्णव ने आगे कहा कि मैं स्वीकार करता हूं कि कई प्रयोग किए गए, लेकिन इसे अंजाम तक पहुंचाने के लिए कोई केंद्रित दृष्टिकोण नहीं था.
UPA और BJP की कार्यशौली में है फर्क
अश्विनी वैष्णव ने कहा कि UPA और हमारी सरकार की कार्यशैली अलग है. पहले रेलवे जैसी महत्वपूर्ण प्रणाली से निपटने में कोई केंद्रित नजरिया नहीं था. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में हमारे पास एक दृष्टिको है. रेल मंत्री ने पूरे रेलवे नेटवर्क पर कवच के कार्यान्वयन के लिए कोई समयसीमा नहीं दी, लेकिन उल्लेख किया कि छोटे देशों में जहां बहुत छोटे रेलवे नेटवर्क हैं. स्वचालित ट्रेन-सुरक्षा प्रणाली को लागू करने में 20 साल से अधिक का समय लगा.
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