Jabalpur Blast Update: कबाड़खाने में धामाका मामले में जिला प्रशासन ने बड़ी कार्रवाई की है. कबाड़खाने मालिक के भाई के अवैध निर्माण पर बुलडोजर चला दिया.
27 April, 2024
Jabalpur Blast Update: जबलपुर के आनंद नगर इलाके में कबाड़खाने के मालिक शमीम रजा का भाई मोहम्मद सलीम रहता है. प्रशासन ने मोहम्मद सलीम के घर की नपाई कर अवैध कब्जे को बुलडोजर के जरिए सख्ती से हटा दिया है. इस कार्रवाई के दौरान इलाके में भारी गहमा गहमी का माहौल देखा जा सकता है. इसके साथ ही घर में रहने वाले परिवार ने प्रदर्शन शुरू कर दिया.
कांग्रेस विधायक लखन घनघोरिया (Lakhan Ghanghoriya) ने कार्रवाई का किया विरोध
मोहम्मद सलीम के परिवार ने कहा कि उन्होंने काफी समय पहले सलीम रजा और उनके रिश्तेदारों से संबंध तोड़ लिए थे और अब वे पूरी तरह से अलग व्यवसाय में हैं. साथ ही पुलिस ने कहा कि विध्वंस निर्धारित नियमों का पालन करने के बाद किया गया था. प्रशासन की इस कार्रवाई का विरोध करने स्थानीय कांग्रेस विधायक लखन घनघोरिया भी पहुंचे थे. उन्होंने कार्रवाई पर सवाल उठाते हुए इसे भेदभावपूर्ण करार दिया. प्रशासन की इस कार्रवाई पर सवाल उठाते हुए लखन घनघोरिया (Lakhan Ghanghoriya) ने कहा कि शमीम कबाड़ी के भाई के घर तोड़ने का कोई तुक नहीं बनता.
क्या है कबाड़ गोदाम विवाद (Jabalpur Blast Update) मामला?
25 अप्रैल को दोपहर करीब साढ़े बारह बजे के आसपास जबलपुर के खजरी खिरिया बाईपास पर एक कबाड़खाने रजा मेटल इंडस्ट्री में अचानक विस्फोट हो गया. यह धमाका इतना जबरदस्त था कि पूरा कबाड़खाना उड़ गया. इस विस्फोट में एक व्यक्ति की मौत हो गई थी, जिसके बाद जांच के दौरान पुलिस को बम बनाने में इस्तेमाल होने वाला सामान मिला था. इस मामले में जांच के बाद पुलिस ने बताया कि जब विस्फोट हुआ तब करीब 10 लोग कबाड़खाने में काम कर रहे थे. इनमें से दो अभी भी लापता हैं और अब मामले की जांच एनआईए की टीम कर रही है.
लखन घनघोरिया (Lakhan Ghanghoriya) ने क्यों जताया कार्रवाई पर विरोध
इस मामले में पूर्व कैबिनेट मंत्री लखन घनघोरिया ने कार्रवाई का विरोध करते हुए कहा कि कबाड़ गोदाम मामले में कार्रवाई करना बिल्कुल गलत था. दरअसल, लखन घनघोरिया ने इस बात पर एतराज जताया है उनका कहना है कि प्रशासन ने कार्रवाई के बाद आरोपी को छोड़ा क्यो? लखन घनघोरिया का मानना है कि इस मामले में पुलिस ने आरोपी को 30 साल से अलग रहने वाली बात पर नहीं छोड़ना चाहिए था.