Flood In Prayagraj: पहाड़ी राज्यों में शुमार उत्तराखंड में लगातार हो रही बारिश का असर अब मैदानी इलाकों में भी दिखने लगा है.
09 July, 2024
Flood In Prayagraj: देशभर में मानसून की दस्तक हो चुकी है. इसके बाद से करीब-करीब आधा भारत बाढ़ की चपेट में है. असम के सभी जिलों में बाढ़ का असर है और लाखों लोग इससे प्रभावित हैं. इस बीच उत्तराखंड में लगातार हो रही बारिश के चलते प्रयागराज (उत्तर प्रदेश) में गंगा नदी का जलस्तर बढ़ गया है. यह अच्छी बात है कि यमुना नदी का जलस्तर अभी खतरे के निशान तक नहीं पहुंचा है, लेकिन बाढ़ की आशंका की वजह से सिंचाई विभाग अलर्ट मोड पर है.
उत्तराखंड के कई जिले बाढ़ की चपेट में
सिंचाई विभाग हालात को देखते हुए प्रत्येक चार घंटे में गंगा और यमुना दोनों नदियों का जलस्तर माप रहा है. बताया जा रहा है कि पहाड़ी राज्य उत्तराखंड में लगातार जारी बारिश के चलते कई जिलों में बाढ़ आ गई है, जिससे हरिद्वार बैराज से गंगा में लगातार पानी छोड़ा जा रहा है. ऋषिकेश में भी बाढ़ का असर देखा जा रहा है.
प्रयागराज में बनाई गईं बाढ़ की चौकियां
वहीं, चंबल की पहाड़ियों में भारी बारिश से यमुना नदी का जलस्तर भी बढ़ने की आशंका है. उत्तराखंड में बढ़ते जलस्तर को देखते हुए संगम नगरी प्रयागराज में निगरानी बढ़ा दी गई है. हालांकि गंगा अभी खतरे के निशान से करीब 10 मीटर नीचे बह रही है, जिससे तटीय इलाकों में अलर्ट घोषित कर दिया गया है. जिला प्रशासन ने हालत पर नजर रखने के लिए बाढ़ चौकियां बनाई हैं और राजस्व कर्मियों को तैनात किया है. बाढ़ के दौरान जिन गांवों के संपर्क से कट जाने का खतरा है, वहां राशन और दवाइयां भेजी जा रही हैं. ग्रामीणों को गंगा और यमुना दोनों नदियों में बढ़ते जल स्तर के मद्देनजर जरूरी सावधानी बरतने की सलाह दी गई है.