23 january 2024
अयोध्या में 22 जनवरी को रामलला की प्राण प्रतिष्ठित की गई। पूरे देश में कल सोमवार को दूसरी दीवाली मनाई गई। अब भगवान राम की मूर्ति का नया नाम रख दिया गया है। अब भगवान राम की मूर्ति को ‘बालक राम’ नाम से जाना जाएगा। भगवान को ये नाम इसलिए दिया गया है, क्योंकि उनकी प्रतिमा पांच साल के बच्चे के रूप में बनाई गई है। वो एक एक बच्चे की तरह दिखते हैं। पुजारी अरुण दीक्षित ने ये बात खुद बताई है। उन्होंने कहा कि जब मैंने पहली बार मूर्ति को देखा, तो मैं रोमांचित हो गया, और मेरी आंखों से आंसू निकलने लग गए थे। उस वक्त जो मुझे महसूस हुआ, वो मैं बयां भी नहीं कर सकता हूं।
छह बार की जाएगी आरती
अब आचार्य मिथिलेश नंदिनी शरण ने कहा कि भगवान की 24 घंटे के आठों पहर रामलला की अष्टयाम सेवा होगी। इसके साथ ही दिन में छह बार आरती की जाएगी। जिनमें मंगला, श्रृंगार, भोग, उत्थापन, संध्या और शयन आरती शामिल हैं। इसमें सबसे ज्यादा खास उत्थापन आरती है, जो कि रामलला पर लगी बुरी नजर को दूर करने के लिए की जाएगी। उन्होंने कहा कि इस आरती में शामिल होने के लिए लोगों को पास लेना होगा।
रामलला को क्या लगाया जाएगा भोग
रामलला को सुबह में पूड़ी-सब्जी, रबड़ी-खीर का भोग लगाया जाएगा। इसके अलावा दोपहर में हर घंटे दूध, फल और पेड़े का भी भोग भगवान को लगाया जाएगा। बात करें अगर वस्त्रों की तो उन्हें सोमवार को सफेद, मंगलवार को लाल, बुधवार को हरा, गुरुवार को पीला, शुक्रवार को क्रीम, शनिवार को नीला और रविवार को गुलाबी वस्त्र पहनाया जाएगा। जब भी कोई विशेष दिन होगा, तो भगवान को पीले वस्त्र पहनाए जाएंगे।